Sunday, January 24, 2021

Shayari on social issues and || zindagi ki mushkile || poetry|| ghazals ...

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मैं समन्दर तो नही

 मैं समंदर तो नहीं कि दिल में उठे हर तूफान को सह लूँ तुम जब हंसकर गैरों से मिलती हो तो मैं परेशान होता हूँ                                  ...