Sunday, February 14, 2021

वीराना ये भी अच्छा है

 


ऐ दिल भटकना छोड़ ठिकाना ये भी अच्छा है

मतलब की महफ़िल से वीराना ये भी अच्छा है

है तन्हाई का डर तो हर तरफ आईने रख लो

खुद को बहलाने का बहाना ये भी अच्छा है

                             ~सतीश रोहतगी


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Friday, February 5, 2021

हसरत

 

तेरी रह-गुज़र में बिखर जाने की हसरत है

इन आँखों के समन्दर में उतर जाने की हसरत है

नहीं कहता तू मुझको अपनी हसरत बना के जी

मुझे तो तेरी दीवानगी में मर जाने की हसरत है।

                            ~सतीश रोहतगी

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